History of india Part-4 प्राचीन भारत – धार्मिक आंदोलन
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प्राचीन भारत – धार्मिक आंदोलन (छठी सदी ई. पू. से चौथी सदी ई. पू.)
यहां पर भारतीय धार्मिक आंदोलन से संबंधित प्रश्न दिए गए हैं जो परीक्क्षा की दृष्टि से से बहुत ही महत्वपूर्ण है।
- हिंदू धर्म का आधार ग्रंथ वेद है।
- अद्वैतवाद का सिद्धांत शंकराचार्य ने प्रतिपादित किया था ।
- विशिष्ट द्वैतावाद का सिद्धांत रामानुज ने दिया था ।
- द्वैतावाद का सिद्धांत माधवाचार्य ने दिया था ।
- द्वैत-अद्वैतवाद का सिद्धांत निंबार्काचार्य ने दिया था ।
- गौतम बुध का जन्म 563 ई. पू. लुम्बिनी(नेपाल) में हुआ था ।
- गौतम बुध की मृत्यु 483 ईसवी पूर्व कुशीनगर (उत्तर प्रदेश) में हुई थी।
- गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति गया (बिहार) में हुआ था ।
- गौतम बुद्ध ने अपना पहला धर्म उपदेश सारनाथ (उत्तर प्रदेश) में दिया था ।
- बुध का शाब्दिक अर्थ प्रकाशवान होता है ।
- गौतम बुद्ध ने अपना उपदेश पाली भाषा में दिया दिया ।
- जातक कथाएं बौद्ध धर्म से संबंधित है ।
- बौद्ध धर्म के दो संप्रदाय हीनयान और महायान हैं संप्रदाय हीनयान और महायान हैं ।
- जैन धर्म के अनुसार कुल 24 तीर्थंकर हुए ।
- जैन धर्म के प्रवर्तक या प्रथम तीर्थंकर ऋषभदेव है ।
- जैन धर्म के 24वें एवं अंतिम तीर्थंकर महावीर स्वामी थे।
- महावीर स्वामी का जन्म 599ई.पू. कुंडलग्राम में हुआ हुआ था ।
- महावीर स्वामी की मृत्यु 527 ई. पू. पावापुरी(पटना) में हुई थी ।
- जैन के दो सम्प्रदाय श्वेतांबर एवं दिगंबर हैं ।
- धर्मपाल में विक्रमशिला विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय विश्वविद्यालय की स्थापना की थी ।
- प्रथम बौद्ध संगीत राजगृह में अजातशत्रु के शासनकाल में हुई थी।
- द्वितीय बौद्ध संगीत वैशाली में कालाशोक के शासनकाल में हुई थी ।
- तृतीय बौद्ध संगीत अशोक के शासनकाल में हुई थी ।
- चतुर्थ बौद्ध संगीत कुंडलवन (कश्मीर) में कनिष्क के शासन काल काल में हुई थी ।
- बौद्ध ग्रंथ त्रिपटक की रचना पाली भाषा में की गई है ।
- सांची सबसे बड़े बौद्ध स्तूप के लिए विख्यात है ।
- सबसे प्राचीन विश्वविद्यालय नालंदा है।
- जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म दोनों के उपदेश बिंबिसार के शासनकाल में दिए गए ।
- बौद्ध धर्म ग्रहण करने वाली प्रथम महिला महाप्रजापति गौतमी थी ।
- गौतम बुध का प्रथम धर्मोंपदेश का धर्मचक्र परिवर्तन कहलाता है ।
- शून्यता का सिद्धांत बौद्ध दार्शनिक नागार्जुन ने प्रतिपादित किया था ।
- गौतम बुद्ध को एशिया की रोशनी कहा जाता है ।
- महावीर स्वामी के प्रथम शिष्य जमालि थे।
- जैन धर्म के प्रथम विभाजक श्वेतांबर संप्रदाय के संस्थापक स्थूलभद्र थे।
- प्रथम जैन महासभा का आयोजन पाटलिपुत्र में हुआ था ।
- जैन धर्म के श्वेताम्बर एवं दिगंबर संप्रदाय का का विभाजन चंद्रगुप्त मौर्य के समय में हुआ था ।
- महावीर जैन संघ की स्थापना पावा में की थी ।
- महावीर की मृत्यु के बाद जैन धर्म का अध्यक्ष सुधर्मन बना।
- जैन धर्म की पवित्र पुस्तक का नाम आगम है ।
- जैन ग्रंथ कल्पसूत्र के रचयिता भद्रबाहु हैं ।
- बुद्धचरित को बौद्धों की रामायण कहा जाता है ।
- बुद्धचरित की रचना अश्वघोष ने की थी ।
- बौद्ध रचना अभिधम्म पिटक को पवित्र गीता के समान पवित्र माना जाता है।
- भारत के दक्षिण में स्थित देशों में बौद्ध धर्म का हीनयान संप्रदाय प्रचलित हुआ।
- बौद्ध धर्म का मूल आधार चार आर्य सत्य है ।
- परिशिष्ट पर्व रचना जैन धर्म से संबंधित है।
- परिशिष्ट पर्व के रचयिता हेमचंद्र हैं ।
- भारत के उत्तरी देशों में बौद्ध धर्म के महायान संप्रदाय का प्रचलन था ।
- बौद्ध धर्म बौद्ध धर्म के सिद्धांतों का उल्लेख सुत्तपिटक में मिलता है ।
- मेगास्थनीज ने श्रीकृष्ण को हेराक्लीज़ कहा।
- इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मोहम्मद साहब का जन्म 570 ईसवी में मक्का में हुआ था ।
- मोहम्मद साहब के जन्मदिन पर ईद ए मिलाद उन नबी त्यौहार मनाया जाता है ।
- पारसी धर्म का प्रमुख ग्रंथ जेंद अवेस्ता है ।
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Sir history UPSC lebal ka quiz karna sir