Medieval history of India important questions पूर्व मध्यकालीन भारत RRB NTPC SSC
पूर्व मध्यकाल-उत्तर भारत
यहां पर पूर्व मध्य काल से संबंधित उत्तर भारत के वे सभी महत्वपूर्ण प्रश्न दिए गए हैं जो विभिन्न परीक्षाओं में आते हैं या जिनके आने की पूर्ण संभावना है।
- छठी सदी से बारहवीं सदी तक राजपूत काल माना जाता है ।
- 712 ईसवी में सिंध पर मोहम्मद बिन कासिम ने आक्रमण किया था तब वहां का शासक दाहिर था ।
- सर्वप्रथम जजिया कर लगाने का श्रेय मोहम्मद बिन कासिम को दिया जाता है ।
- दिल्ली का पुराना नाम दिल्लिका का था ।
- पृथ्वीराजरासो की रचना चंदबरदाई ने की थी।
- दिलवाड़ा का प्रसिद्ध जैन मंदिर माउंट आबू पर स्थित है ।
- खजुराहो में स्थित मंदिरों का निर्माण चंदेल शासकों ने कराया था ।
- विजय स्तंभ चित्तौड़गढ़ में स्थित है ।
- महमूद गजनबी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किए थे ।
- महमूद गजनबी ने गुजरात के स्थित प्रसिद्ध सोमनाथ मंदिर को 1026 ईसवी में लूटा था ।
- मोहम्मद गजनबी ने जब सोमनाथ मंदिर पर आक्रमण किया था उस समय गुजरात का शासक भीमदेव प्रथम था।
- हरिकेलि नाटक के कुछ अंश अढ़ाई दिन का झोपड़ा नामक मस्जिद पर लिखे हैं ।
- रानी पद्मिनी राणा रतन सिंह की पत्नी थी ।
- विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना धर्मपाल ने की थी ।
- गीत गोविंद नामक पुस्तक जयदेव ने लिखी थी ।
- जयदेव राजा लक्ष्मण सेन की सभा को अलंकृत करते थे ।
- सोमपुर महाविहार का निर्माण धर्मपाल में करवाया था ।
- भारत पर सर्वप्रथम अरब आक्रमण मोहम्मद बिन कासिम ने किया था ।
- जगन्नाथ मंदिर उड़ीसा में स्थित है ।
- कोणार्क में स्थित सूर्य मंदिर का निर्माण नरसिंह प्रथम ने किया था ।
- ब्लैक पगोड़ा कोणार्क में स्थित है ।
- राजा जयसिंह(सिद्धराज) के दरबार में जैन आचार्य हेमचंद्र को संरक्षण मिला था ।
- चंदावर का युद्ध जयचंद और मोहम्मद गौरी के बीच हुआ था ।
- लिंगराज मंदिर भुवनेश्वर में स्थित है ।
- बंगाल के पाल वंश का संस्थापक गोपाल था।
- धर्मपाल को गुजराती कवि शोडढल ने उत्तरपथ स्वामिन कहा ।
- हिंदू विधि की प्रसिद्ध पुस्तक दायभाग की रचना जीमूतवाहन ने की थी ।
- रामचरित की रचना संध्याकर नंदी ने की थी ।
- प्रतिहार वंश की स्थापना हरिश्चंद्र ने की थी ।
- महेंद्र पाल राजा मिहिर भोज का पुत्र था ।
- काव्यमीमांसा नामक ग्रंथ राजशेखर ने लिखा था ।
- तोमर वंश का संस्थापक राजा अनंगपाल था ।
- पृथ्वीराज चौहान को रायपिथौरा भी कहा जाता है ।
- हिंदू विधि पर मिताक्षरा नामक पुस्तक विज्ञानेश्वर ने लिखी थी ।
- राजस्थान के इतिहास का प्रणेता कर्नल टाड़ को माना जाता है ।
- सेन वंश की स्थापना सामंत सेन ने की थी ।
- समरांगण सूत्रधार विषय स्थापत्य शास्त्र से संबंधित है ।
- तराइन का प्रथम युद्ध 1191 ई. में हुआ था ।
- तराइन का प्रथम युद्ध पृथ्वीराज चौहान और मोहम्मद गौरी के बीच हुआ था ।
- तराइन का द्वितीय युद्ध 1192 में हुआ था ।
- तराइन के द्वितीय युद्ध में पृथ्वीराज चौहान की पराजय हुई थी ।
- भारत पर प्रथम तुर्क आक्रमण महमूद गजनबी के पिता सुबुक्तगीन ने किया था ।
- महमूद गजनबी में प्रथम आक्रमण हिंदू शाही राज्य के विरुद्ध किया था उस समय हिंदू शाही राज्य की राजधानी उदभांडपुर/ओहिंद में थी ।
- महमूद गजनबी का राग दरबारी कवि फिरदौसी था।
- शाहनामा के रचयिता फिरदौसी है ।
- महमूद गजनवी के आक्रमण के फलस्वरूप लाहौर शहर फारसी संस्कृति संस्कृति का केंद्र बन गया थि।
- वाहिंद का युद्ध मोहम्मद गजनवी व आनंदपाल के के बीच लड़ा गया था ।
- मोहम्मद गौरी शंसवनी वंश का संस्थापक था ।
- मोहम्मद गौरी ने 1175 ईसवी में भारत पर पहला आक्रमण मुल्तान राज्य के विरुद्ध किया था।
पूर्व मध्यकालीन – दक्षिण भारत
यहां पर पूर्व मध्य काल से संबंधित दक्षिण भारत के वे सभी महत्वपूर्ण प्रश्न दिए गए हैं जो विभिन्न परीक्षाओं में आते हैं या जिनके आने की पूर्ण संभावना है।
- चालुक्य वंश का सबसे प्रतापी राजा पुलकेशिन द्वितीय था ।
- चोल राजाओं की राजधानी तंजौर शहर था ।
- श्री लंका पर विजय प्राप्त करने वाला प्रसिद्ध राजा राजेंद्र I था ।
- तंजौर में स्थित राजराजेश्वर मंदिर का निर्माण राजराजा प्रथम ने कराया था ।
- राष्ट्रकूट शासक कृष्ण प्रथम ने पहाड़ी काटकर एलोरा के विश्वविख्यात कैलाश नाथ मंदिर का निर्माण कराया था ।
- राष्ट्रकूट साम्राज्य का संस्थापक दंतिदुर्ग था।
- चोल वंश ने श्रीलंका और दक्षिण पूर्व एशिया को जीता था ।
- विरुपाक्ष मंदिर का निर्माण चालुक्य ने कराया था ।
- पल्लवों का एकाश्मीय रथ महाबलीपुरम में मिला था ।
- होयसल की राजधानी द्वारसमुद्र थी।
- यादव सम्राटों की राजधानी देवगिरी में थी ।
- राजराजा प्रथम ने अरब सागर में भारतीय नौसेना को सर्वोच्चता स्थापित की थी ।
- पांड्य साम्राज्य की राजधानी मदुरै थी।
- ऐहोल का लाढखाँ मंदिर सूर्य देवता का है ।
- चोल वंश के शासक के पास एक शक्तिशाली नौसेना थे ।
- भगवान नटराज का प्रसिद्ध मंदिर चिदंबरम् में स्थित है ।
- तैलप द्वितीय ने राष्ट्रकूटों का पतन किया था ।
- तीन मुख वाली ब्रह्मा, विष्णु, महेश की मूर्ति एलिफैंट गुफा में स्थित है ।
- पेरूदेवनार ने महाभारत का भारत वेणता के नाम से तमिल भाषा में अनुवाद किया है।
- चालुक्य विक्रम संवत का शुभारंभ विक्रमादित्य VI ने किया था ।
- पल्लवों की राजभाषा संस्कृत थी।
- चोल वंश के शासक अपने शासनकाल में ही उत्तराधिकारी नियुक्त कर देते थे ।
- दक्षिणी भारत का तक्कोलम का युद्ध चोल वंश व राष्ट्रकूटों के मध्य हुआ था ।
- चोलों का राज्य कोरोमंडल तट व दक्कन के कुछ भाग तक फैला था ।
- चोल शासकों के समय बनी प्रतिमाओं प्रतिमाओं में सबसे विख्यात प्रतिमा नटराज शिव की कांस्य प्रतिमा है ।
- चोल युग ग्रामीण सभाओं के लिए प्रसिद्ध था ।
- राष्ट्रकूट राजवंश का काल कन्नड़ साहित्य की उत्पत्ति का काल माना जाता है ।
- चोल साम्राज्य का संस्थापक विजयपाल था ।
- तंजौर में स्थित राजराजेश्वर मंदिर शिव जी का है ।
- चोल युग में सोने के सिक्के कुलंजु कहलाते थे ।
- चोल युग में युद्ध के विशेष पराक्रम दिखाने वाले योद्धा को छत्रिय शिखमणि की उपाधि दी जाती थी।
- पुलकेशिन द्वितीय हर्षवर्धन के समकालीन था ।
- कांची के कैलाश नाथ मंदिर का निर्माण नरसिंह वर्मन द्वितीय ने कराया था ।
- होयसल वंश का अंतिम शासक बल्लाल तृतीय था ।
- चोल राजाओं ने शैवधर्म को संरक्षण प्रदान किया था ।