History of india Part-3 प्राचीन भारत – महाजनपद काल

प्राचीन भारत – महाजनपद काल (600 ई. पू. से 325 ई. पू.)

यहां पर महाजनपद काल से संबंधित सभी प्रश्न दिए गए हैं जो परीक्षा की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण है।

  1. मगध के सबसे प्राचीन वंश का संस्थापक बृहद्रथ था।
  2. बिंबिसार का संबंध हर्यक वंश से था ।
  3. हर्यक वंश के शासक अजातशत्रु को कुणिक कहा जाता था ।
  4. उदयिन ने गंगा और सोन नदियों पर पाटलिपुत्र नामक नगर की स्थापना की थी ।
  5. सिकंदर महान की मृत्यु 323 ई. पू. इराक के बेबीलोन नामक स्थान पर हुई थी।
  6. सिकंदर ने भारत पर पर आक्रमण 326 ई.पू. में किया था ।
  7. सिकंदर का मुख्य युद्ध हाइडेस्पीज (झेलम का युद्ध) नाम से जाना जाता है।
  8. भारत में सिकंदर का मुख्य युद्ध पोरस के साथ हुआ था ।
  9. पाली ग्रंथों में गांव के मुखिया को भोजक कहा गया है ।
  10. उज्जैन का प्राचीन नाम अवंतिका था ।
  11. नंद वंश का संस्थापक महापद्मनंद था ।
  12. प्राचीन भारत में पहला विदेशी आक्रमण की ईरानियों द्वारा किया गया था ।
  13. मगध की प्रथम राजधानी गिरीव्रज (राजगृह) थी ।
  14. उदयिन ने सर्वप्रथम पाटिलपुत्र को अपनी राजधानी बनाया था।
  15. 16 महाजनपदों की सूची अंगुत्तर निकाय में है ।
  16. घनानंद, सिकंदर के समकालीन थे ।
  17. डेरियस प्रथम ईरानी शासक था जिसने भारत के कुछ भाग को अपने अधीन कर लिया था।
  18. नंद वंश का अंतिम सम्राट घनानंद था ।
  19. भारत में मुद्रा का प्रचलन 600 ईसा पूर्व हुआ था ।
  20. शिशुनाग ने अवंती को जीतकर मगध का हिस्सा बनाया था ।
  21. छठी सदी में भारत का सबसे शक्तिशाली राज्य मगध था ।
  22. बिंबिसार को सोनिया (नियमित व स्थाई सेना रखने वाला) कहा जाता है ।
  23. गृह पति का अर्थ धनी किसान होता है ।
  24. आजातशत्रु में राज्यारोहण के लिए अपने पिता की हत्या की तथा बाद में वह अपने पुत्र द्वारा मारा गया ।
  25. विश्व का प्रथम गणतंत्र, लिच्छवी वंश द्वारा वैशाली में स्थापित किया गया था ।
  26. महाजनपदों का उदय छठी शताब्दी में हुआ था ।
  27. भगवती सुत्त (जैन ग्रंथ) में 16 महाजनपदों का वर्णन है जो अंगुत्तरनिकाय निकाय से थोड़ा अलग है ।
  28. भारत में पहला यूरोपीय आक्रमण यूनानियों द्वारा किया गया था ।
  29. महापदम नंद को उग्रसेन कहा जाता था ।
  30. सिकंदर के साथ भारत आने वाला इतिहासकार हेरोडोटस था।
  31. काशी और लिच्छवी का मगध साम्राज्य में विलय अजातशत्रु ने किया था ।
  32. अजातशत्रु का उपनाम कुणिक था ।
  33. अजातशत्रु बौद्ध धर्म का अनुयाई था ।
  34. अजातशत्रु की हत्या उदयिन ने की थी ।
  35. अजातशत्रु 492ई. पू. में गद्दी पर बैठा था।
  36. घनानंद के बाद चंद्रगुप्त मौर्य ने शासन प्राप्त किया।

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